Current Affairs Notes : योगी आदित्यनाथ बने सीएम, केशव मौर्य और दिनेश शर्मा होंगे डिप्टी सीएम

संत समाज से मुख्यमंत्री बनने वाले देश के पहले पुरुष संत,  उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री


महंत योगी आदित्यनाथ का वास्‍तविक नाम अजय कुमार सिंह है,उनका जन्म 5 जून, 1972 को पौड़ी जिले के पंचेर गांव में आनंद सिंह बिष्ट के घर एक राजपूत परिवार में हुआ था।
  • संत समाज से मुख्यमंत्री बनने वाले देश के पहले पुरुष संत, योगी से पहले उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने वाली संत समाज की पहली महिला थी। दोनों का विश्व हिन्दू परिषद से संबंध है। राममंदिर आंदोलन से दोनेां को जुड़ाव रहा है। 
  • सांसद महंत योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के 32वें मुख्यमंत्री होंगे।(शपथ क्रम)
  • 44 साल के योगी उत्तराखंड के रहने वाले हैं। वे मायावती और अखिलेश यादव के बाद यूपी के तीसरे सबसे कम उम्र के सीएम होंगे। मायावती ने 39 साल और अखिलेश यादव ने 38 साल की उम्र में सीएम की कुर्सी संभाली थी। 
  • योगी आदित्यनाथ नेपाल के हिन्दू राष्ट्र के समर्थक रहे हैं। नेपाल के शाही राजघराने से इनके मधुर संबंध रहे हैं। नेपाल में राजशाही के अंत और लोकतांत्रितक संविधान लागू होने का योगी ने विरोध किया था। नेपाल को लेकर योगी ने ''हिन्दू राष्ट्र नेपाल- अतीत एवं वर्तमान '' नामक किताब भी लिखी है।
  • गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया है। गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया जिसके बाद 1998 में वह सांसद चुने गए 
  • गढ़वाल विश्वविद्याल से विज्ञान में स्नातक करने वाले महंत योगी आदित्यनाथ वर्तमान में गारेखपुर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी का सांसद होने के साथ नाथ संपद्राय की गोरखपुर में स्थित सबसे बड़ी पीठ और मठ गोरखनाथ मंदिर के गोरक्षपीठाधीश्वर महंत हैं।
  • नाथ संप्रदाय की सबसे कठिन परंपरा हठयोग में दीक्षित और हठयोग स्वरूप एवं साधन, राजयोग- स्वरूप और साधना नामक किताब लिखने वाले योगी 22 साल की उम्र में 15 फरवरी 1994 को गोरखनाथ मंदिर के महंत और सांसद अवैधनाथ ने अपना उत्तराधिकारी चुना था। 
  • 1996 लोकसभा चुनाव में जब सांसद अवैधनाथ गोरखपुर संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में थे तो चुनाव का कुशल संचालन करके उन्होंने अपनी राजनीतिक सूझ का खास परिचय दिया।
  • 22 साल की उम्र में परिवार त्यागकर वह योगी स्वरूप में आ गए। 1993 से अपना केंद्र गोरखपुर बना लिया और गोरखनाथ मंदिर में निरंतर बढ़ते सेवाभाव ने उन्हें 15 फरवरी 1994 को उनको गोरक्षपीठाधीश्वर के उत्तराधिकारी की पदवी तक पहुंचा दिया। 
  • महंत योगी आदित्यनाथ हिन्दु युवा वाहिनी नामक एक संगठन के संरक्षक हैं जिसका पूर्वांचल के गांवों से लेकर शहरों तक में बड़ा जनाधार है। इसके अलावा आदित्यनाथ विश्व हिन्दू महासंघ नामक एक अंतराष्ट्रीय संस्था के अध्यक्ष हैं।
  • योगी धर्मांतरण के खिलाफ और घर वापसी के लिए काफी चर्चा में रहे। 2005 में योगी आदित्यनाथ ने कथिततौर पर 1800 ईसाइयों का शुद्धीकरण कर हिन्दू धर्म में शामिल कराया। ईसाइयों के इस शुद्धीकरण का काम उत्तर प्रदेश के एटा जिले में किया गया।
  • मकर संक्राति पर हर धर्म और वर्ग के लोग बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने आते हैं। महंत दिग्विजयनाथ ने इस मंदिर को 52 एकड़ में फैलाया था। उन्हीं के समय गोरखनाथ मंदिर हिंदू राजनीति के महत्वपूर्ण केंद्र में बदला, जिसे बाद में महंत अवैधनाथ ने और आगे बढ़ाया. उनके निधन के बाद महंत योगी आदित्यनाथ इस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।
  • अमेरिका, मलेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर, कम्बोडिया और नेपाल की यात्रा कर चुके योगी नाथ परंपरा के सबसे बड़े संत हैं
  • 13 सितंबर 2014 में उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ के प्राण त्यागने के बाद वह गोरखपुर मंदिर महंत यानी पीठाधीश्वर बने। योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद होने के साथ साथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं। हिन्दू युवा वाहिनी युवाओं का एक सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है (महंत अवैद्यनाथ 28 मई 1921-12 सितम्बर 2014)
  • योगी आदित्यनाथ के नाम सबसे कम उम्र (26 साल) में सांसद बनने का रिकॉर्ड है. उन्‍होंने पहली बार 1998 में लोकसभा का चुनाव जीता था. इसके बाद आदित्यनाथ 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी लगातार लोकसभा का चुनाव जीतते रहे


योगी आदित्यनाथ के जीवन में घटित घटनाएँ......

1. कुशीनगर ज़िले में साल 2002 में मोहन मुंडेरा कांड हुआ था। जिसके बाद योगी के नेतृत्व में दोषियों पर कार्रवाई के लिए बड़ा आंदोलन शुरू हुआ। इसके बाद पूर्वांचल में योगी एक मजबूत नेता के तौर पर अपनी पहचान बनाने लगे।
2. जनवरी 2007 में एक युवक की हत्या के बाद योगी आदित्यानाथ की हिन्दू युवा वाहिनी कार्यकर्ताओं का गोरखपुर में एक खास संपद्राय से झगड़ा हुआ।रोक के बावजूद योगी आदित्यनाथ को सभा करने और उत्तेजक भाषण देने के आरोप में उन्हें 28 जनवरी 2007 को गिरफ़्तार कर लिया गया।
3. 27 जनवरी 2006 को दो समुदायों में झड़प के बाद गोरखपुर में तनाव था। जिसके बाद भाजपा सांसद आदित्यनाथ को गोरखपुर जाते हुए गिरफ्तार किया गया तो इसके बाद उनके समर्थकों ने हिंसा और तोड़फोड़ शुरु कर दी थी इसके बाद आसपास के ज़िलों में तनाव फैल गया था।
4. योगी आदित्यनाथ के पास दुश्मनों की भी कमी नहीं है। 7 सितम्बर 2008 में योगी आदित्यनाथ पर आजमगढ़ में जबरदस्त हमला हुआ था। उस हमले में योगी आदित्यनाथ बाल-बाल बचे थे। हमला इतना जबरदस्त था कि हमलावरों ने सौ से अधिक वाहनों को घेर कर लोगों को लहुलुहान कर दिया था। ऐसे हमलो ने भी योगी की राह नहीं रोकी ओर वह पहले की तरह ही जनता की सेवा करते रहे
5. लव जेहाद और धर्मांतरण जैसे मसलों पर उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी। योगी धर्मांतरण के खिलाफ और घर वापसी के लिए काफी चर्चा में रहे। 2005 में योगी आदित्यनाथ ने कथिततौर पर 1800 ईसाइयों का शुद्धीकरण कर हिन्दू धर्म में शामिल कराया। ईसाइयों के इस शुद्धीकरण का काम उत्तर प्रदेश के एटा जिले में किया गया

47 साल के केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में प्रोफेसर 53 वर्षीय दिनेश शर्मा होंगे उप मुख्यमंत्री-----

  1. केशव प्रसाद मौर्य:- बचपन में जीविका चलाने के लिए चाय बेची, अखबार बेचा अाैर फिर राम मंदिर अांदाेलन में विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक स्व.अशाेक सिंहल के साथ बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।
     
    --47 साल के केशव प्रसाद मौर्य जिस फूलपुर से पार्टी के सांसद हैं, वहीं से जहां एक तरफ तीन बार देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू चुनाव जीते तो दूसरी तरफ पूर्वांचल के बाहुबली अतीक अहमद जैसे बाहुबली भी। लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में मौर्य ने तीन लाख वोटों से क्रिकेटर मोहम्मद कैफ को हराकर इस सीट को कब्जे में लिया। 
    --विश्व हिंदू परिषद से जुड़े केशव प्रसाद मौर्य 18 साल तक गंगापार और यमुनापार में प्रचारक रहे। 2002 और 2007 में लगातार दो विधानसभा चुनाव हारने के बाद वह 2012 में कौशाम्बी जिले के सिराथू विधानसभा चुनाव से विधायक चुने गए। 2014 लोकसभा चुनाव में फूलपुर से सांसद बने।
    --वर्ष 2012 में इलाहाबाद की सिराथू सीट से वह विधायक बने। 2014 में सांसद  और 2016 में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष।मौर्य कोइरी समाज के हैं और यूपी में कुर्मी, कोइरी और कुशवाहा ओबीसी में आते हैं। कल्याण सिंह के बाद वह पहले नेता हैं जिन्‍होंने इस पिछड़े वोटबैंक को बीजेपी की ओर खींचा।
    2. दिनेश शर्मा:-
    --दिनेश शर्मा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मेयर हैं. वह भाजपा के गुजरात मामलों के प्रभारी और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं. अब वह उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री चुने गये हैं. लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में प्रोफेसर 53 वर्षीय शर्मा लंबे समय से भाजपा के सदस्य हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव में भाजपा की जबर्दस्त विजय के बाद अगस्त 2014 में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त होने के बाद वह देश भर में सुखिर्यों में आये.भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा योगी सरकार में उप मुख्यमंत्री होंगे।
    --वह 2008 में पहली बार लखनऊ के मेयर चुने गये. इसके बाद 2012 में पुन: मेयर बने. उन्होंने उस समय कांग्रेस में रहे नीरज बोरा का 1.71 लाख से अधिक मतों से पराजित किया था|
    ##############################################

    कुछ अन्य चर्चित बातें :

    1. देवबंद के नवनिर्वाचित विधायक कुँवर बृजेश सिंह से इस्लामिक तालीम के सबसे बड़े मरकज दारुल उलूम से पूरी दुनिया में पहचाने जाने वाले देवबंद का नाम बदलने की घोषणा की है। सहारनपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि देवो के स्थान के कारण इस जगह का नाम देओबृंद था। मगर मुगलों ने छेड़छाड़ कर नाम देवबंद कर दिया था। उल्लेखनीय है कि आरएसएस की ओर से इस स्थान को देओबृंद ही कहा जाता रहा है।
    2. पॉलिटिकल एक्सपर्ट श्रीधर अग्निहोत्री ने दैनिक भास्कर से बातचीत में वो 10 कारण बताए, जिसकी वजह से योगी यूपी के सीएम बनाए गए.....
    A. कट्टर हिंदूवादी चेहरा हैं। बीजेपी के फायर ब्रांड नेता हैं। 
    B. मंदिर आंदोलन से जुड़े हुए नेता हैं। राम मंदिर का मुद्दा उठाते रहे हैं।
    C. 2019 में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जैसा पोलराइजेशन इस विधानसभा चुनाव में हुआ है, 2019 में भी हो सकता है।
    D. इस चुनाव में वेस्ट यूपी से लेकर पूर्वांचल तक योगी आदित्यनाथ ने जमकर प्रचार किया। माना जा रहा है कि इससे बीजेपी को भारी जीत में काफी फायदा हुआ।
    E. बीजेपी को जो बहुमत मिला है, उसमें हिंदुत्व का एजेंडा ही कारगर रहा है। 
    F. आदित्यनाथ पर करप्शन का कोई आरोप नहीं है।
    G. योगी की कोई लामबंदी नहीं है। उनके साथ गुटबंदी जैसी कोई चीज नहीं है। 
    H. पूर्वांचल में अच्छी पकड़ रखते हैं जहां मोदी-राजनाथ-अमित शाह की सबसे ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं।
    I. गोरखपुर से 5 बार सांसद रहे हैं। विधायिका का अनुभव है। 
    J. आरएसएस के करीबी माने जाते हैं। इसलिए उनके नाम पर आसानी से मुहर लगी।
    ------
    यूपी के चुनाव नतीजे सामने आने के बाद 12 से 14 मार्च के बीच दो फेज में पोल चलाया था। इसमें रीडर्स से पूछा गया था कि आपके हिसाब से कौन हो सकता है
    UP का CM कैंडिडेट? पोल में 1,51,734 रीडर्स ने हिस्सा लिया था। - रीडर्स से पूछा गया था कि राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ, केशव प्रसाद मौर्या, मनोज सिन्हा, डाॅ. दिनेश शर्मा, स्वतंत्रदेव सिंह, डाॅ. महेश शर्मा और सुरेश खन्ना में से कौन सीएम बन सकता है? 
    इस तरह आए थे DB POLL के नतीजे 
    -राजनाथ सिंह : 32% 
    -योगी आदित्यनाथ : 43% 
    -केशवप्रसाद मौर्या : 15% 
    -मनोज सिन्हा : 10% 

    💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥






Comments